रविवार, 23 मार्च 2014

104. एक आश्चर्यजन घटना



       यह घटना होली के ठीक बाद वाले मंगलवार (18 मार्च) की है। अभी-अभी मेरे दोस्त ने इसे सुनाया- घटना उसी के साथ घटी है।
       उसदिन सुबह वह माँ तारा (काली माता) का दर्शन करने तारापीठ गया था। वहीं से पहाड़ी बाबा के आश्रम में भी वह गया था। बरहरवा के कई लोग उसके साथ थे।
       रात करीब पौने नौ बजे उसके मोबाइल में रोशनी हुई और वह वाइब्रेट करने लगा। उसकी बेटी बगल से गुजर रही थी, उसने फोन उठाया और चौंककर पापा को आवाज दिया। मेरा दोस्त भी तुरन्त मोबाइल के पास गया- स्क्रीन पर हनुमानजी की एक सुन्दर तस्वीर बनी हुई थी। दोस्त का कहना है कि ऐसी सुन्दर तस्वीर उसने पहले कभी नहीं देखी थी- हनुमानजी कन्धे पर गदा लिए एक घुटना मोड़कर (वीरासन में) बैठे हुए थे- पृष्ठभूमि रंग-बिरंगी थी।
जब तक मेरा दोस्त अपनी बेटी से यह कहता कि इस तस्वीर को सेव कर लो, तब तक धीरे-धीरे वह तस्वीर गायब होने लगी। फिर एकदम से अदृश्य हो गयी। यह सारा घटनाक्रम 7 या 8 सेकण्ड का था।
दोस्त का भतीजा मोबाइल का पूरा जानकार है। उससे कहा गया कि अगर यह तस्वीर मोबाइल में कहीं है, तो वह खोज निकाले या पता लगाये कि यह क्या था- क्या मैसेज था, या ब्लूटूथ से आयी कोई तस्वीर थी? उसने मोबाइल छान मारा- कहीं कोई संकेत नहीं मिला कि ऐसी कोई तस्वीर कहीं से आयी भी थी!
जबकि इस तस्वीर को मेरे दोस्त के अलावे उसकी बड़ी बेटी ने भी देखा था और तस्वीर इतनी भव्य थी कि वह चौंक गयी थी!
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अब यहाँ दो सवाल उठते हैं।
एक- मेरे दोस्त ने तारापीठ में सिर्फ तारा माँ का दर्शन किया था- आस-पास के अन्यान्य छोटे-मोटे मन्दिरों में वह नहीं गया था। क्या यह कोई चेतावनी है- हनुमानजी के तरफ से?
दो- मेरा दोस्त हनुमान चालीसा का पाठ करता है- भले नियमित नहीं, मगर पूरी भक्ति से। क्या हनुमानजी ने वास्तव में उसे दर्शन देकर उसपर कृपा की है?
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एक तीसरा सवाल भी है- क्या मोबाइल के जानकार कोई बन्धु बता सकते हैं कि 7 या 8 सेकेण्ड के लिए किसी के मोबाइल में तस्वीर भेजना सम्भव है या नहीं? 
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पुनश्च (27.3.14)
कल (26 मार्च) रात जब मैं रोज की तरह ट्रेन से उतरा, तो उत्तम बेसब्री से मेरा इन्तजार कर रहा था। उसने बताया कि बीते मंगलवार (25 मार्च) को फिर वही घटना घटी- उसी समय। (समय का उसने संशोधन किया- रात 9:05 बजे।) इस बार हनुमांजी की तस्वीर को घर के सभी 5 सदस्यों ने देखा।
उसने बताया कि पिछली बार मोबाइल फुल चार्ज था, मगर तस्वीर आने से पहले जो वाइब्रेशन हुआ, उससे बैटरी आधी से कम हो गयी थी। इस बार बैटरी 70 प्रतिशत चार्ज थी। तस्वीर आने के साथ जो वाइब्रेशन हुआ, उससे बैटरी "लो" हो गयी। क्या एक 5-7 सेकण्ड के वाइब्रेशन से किसी मोबाइल की बैटरी आधी खर्च हो सकती है? जबकि आम तौर पर ऐसा नहीं होता। वाइब्रेशन भी सामान्य नहीं था, बल्कि कुछ ज्यादा ही तेज था!
क्या है यह? 

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