ताड़ का पका हुआ फल |
उसे छीलकर एक छिद्रयुक्त बर्तन पर घिसा गया... (चलनी पर भी घिसा जा सकता है. किसी जमाने में टोकरी को धो-धाकर उसे उलट कर उसी पर घिसा जाता था.) |
इस तरह का द्र्व जमा होगा... इसकी खुशबू दूर तक फैल जायेगी. इसमें आटा, चीनी, घिसा नारियल वगैरह मिलाकर इसके गोले बनाकर उन्हें तल लिया जाय... |
ताड़ का गुलगुला तैयार है... |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें