सुन्दर, रंगीन जलरंगों को ('फोटोशॉप'
में) श्वेत-श्याम (ग्रे-स्केल) बनाते हुए बहुत दु:ख हो रहा था। मगर मैं जयचाँद दास के रंगीन चित्रों को ब्लैक एण्ड
व्हाईट बना रहा था और एक-एक करके "जंगल के फूल" ('पेजमेकर' में) के पन्नों में जोड़ रहा था। मुझे पता है कि पुस्तक के अन्दर के चित्रों को रंगीन
प्रिण्ट करना खर्चीला होता है, अतः अन्दर के चित्र तो सादे-काले ही छपेंगे।
मगर मैं इन खूबसूरत जलरंगों को गुमनाम भी नहीं रहने दे सकता।
अतः मैं इन्हें इण्टरनेट पर डाल रहा हूँ- बाकायदे "बनफूल" की उन चयनित
20 कहानियों के साथ, जो पुस्तक के रुप में छपने जा रही है।
कृपया इस लिंक को क्लिक करें और जयचाँद के चित्रों का आनन्द
लें कहानियों के साथ-साथ- http://jangal-ke-phool.webnode.com/
links dene ke liye dhanyavad..
जवाब देंहटाएंkisi ko promot karne ka yah tareeka bahut hi sarahniya hai..