जगप्रभा

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रविवार, 18 सितंबर 2011

इसे कहते हैं... मूसलाधार वर्षा...

 कल बारिश हो रही थी... शाम का मौसम बहुत ही सुहाना हो गया था... ठण्डी हवाओं के कारण... 
आज सुबह भी काले-काले बादलों से आसमान घिरा था... 
कुछ ऐसे... 


फिर जो वर्षा शुरू हुई आज... अभी शाम के चार बजने वाले हैं... अब तक रुकने का नाम नहीं ले रही है! 
बीच-बीच में तो मूसलाधार बारिश हो रही है... 


ऐसी बरसात देखे हुए जमाना बीत गया था... 


जब चारों ओर पानी-ही-पानी दीखता है..