जगप्रभा

जगप्रभा
मेरे द्वारा अनूदित/स्वरचित पुस्तकों की मेरी वेबसाइट

बुधवार, 30 नवंबर 2016

168. क्रियेटिविटी- 1


पिछले दिनों जब अभिमन्यु घर आया हुआ था, तो हमने उसे यूँ ही दो पोस्टर डिजाईन करने को कहा था। उसने फटाक् से बना दिये। मेरे पास फोटो-पेपर थे ही, हमने उनका प्रिण्ट निकाल लिया। सोचा, लैमिनेट करवा कर एक खिड़की के दोनों तरफ इन्हें टाँग दिया जायेगा। मगर आलसवश, ये प्रिण्ट कई दिन यूँ ही पड़े रह गये। फिर लैमिनेशन के लिए दिया, तो अब लाना भूल जाते हैं। जल्दी ही याद करके इन्हें लायेंगे और दीवार पर सजायेंगे।

इस बीच आगर आपको भी ये डिजाईन पसन्द आ जाय, तो आप भी डाउनलोड कर सकते हैं।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें