कल 20 मई को माँ-पिताजी के विवाह की "हीरक-जयन्ती" (Diamond Jubilee) थी, यानि विवाह के साठ
साल पूरे हुए।
इस अवसर पर सुबह एक हवन और सन्ध्या में स्वल्पाहार का छोटा-सा कार्यक्रम घर में
आयोजित हुआ।
10 साल पहले "स्वर्णिम जयन्ती" (Golden Jubilee) भी मनायी गयी थी। उसके कुछ छायाचित्र यहाँ मौजूद हैं।
इस बार के आयोजन का पैमान थोड़ा-सा (स्वर्णिम
के मुकाबले) बड़ा था और इसलिए इसके लिए बाकायदे आमंत्रण पत्र भी छपवाया गया था। उस
पत्र का भी चित्र यहाँ डाल रहा हूँ, क्योंकि इसकी डिजायनिंग अभिमन्यु ने की है-
शब्द मेरे ही थे।
बहुत अच्छी प्रेरक प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंमाँ-पिताजी को स्वस्थ, सुखी व दीर्घायु जीवन की हार्दिक शुभकामनाएं!