हमारे इलाके का "ब्लिस" . छाया- जयचाँद |
"ब्लिस" का
हिन्दी हुआ- परमानन्द!
"ब्लिस" उस तस्वीर
का शीर्षक है, जो कभी Windows XP का डिफॉल्ट वालपेपर हुआ करता था। इसके छायाकार हैं- चार्ल्स ओ'रियर।
वे नेशनल जियोग्राफिक के मशहूर छायाकार हैं। इस तस्वीर को उन्होंने 1996 में क्लिक
किया था- अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रान्त में नेपा वैली के पास के कस्बे सोनोमा
काउण्टी में। सोनोमा हाइवे से गुजरते हुए इस छोटी-सी पहाड़ी के दृश्य ने उन्हें मंत्रमुग्ध
कर दिया था। आँधी-बारिश के बाद मौसम खुला ही था और आकाश में बादल आ-जा रहे थे।
वहाँ उन्होंने चार तस्वीरें खींची थीं। चूँकि नेशनल जियोग्राफिक में ऐसी तस्वीरों
का इस्तेमाल नहीं था, इसलिए फोटो स्टॉक करने वाली एक वेबसाइट पर उन्होंने तस्वीरें
डाल दीं कि थोड़ा-सा लाइसेन्स फी चुकाकर कोई भी इनका इस्तेमाल कर सके।
किस्मत की बात। माइक्रोसॉफ्ट
वालों को विण्डोज एक्स-पी के डिफॉल्ट वालपेपर के लिए यही तस्वीर पसन्द आयी और
उनलोगों ने बडी कीमत अदा करके निगेटिव सहित वह तस्वीर चार्ल्स से खरीद ली। कीमत
गोपनीय है- शायद यह दुनिया की दूसरी सबसे महँगी तस्वीर है!
...खैर। हाल ही में हमने
वेब-पत्रिका 'लल्लनटॉप' पर "ब्लिस" पर यह लेख पढ़ा। पढ़कर ध्यान आया-
क्यों न हम भी अपने इलाके के "ब्लिस" की तस्वीर को सार्वजनिक करें! उधर
से कभी-कभार हमारा गुजरना होता ही है।
तो आज हम और मित्र जयचाँद जब
उधर से गुजर रहे थे, तो हमने अपने इलाके के "परमानन्द" की कुछ तस्वीरें
खींच ली।
उसे ही साझा करने के लिए यह
ब्लॉग पोस्ट है...
(लल्लनटॉप के उपर्युक्त लेख
का लिंक है-
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